आज भारत के बड़े शहरों और महानगरों में सेक्स का बहुत प्रचलन है। इसके बावजूद यौन स्वास्थ्य और सुरक्षित सेक्स व यौन आदतों के बारे में ज़्यादा बातें नहीं की जाती हैं। सेक्स से होने वाली बीमारियों और गर्भनिरोधक के बारे में तो काफी जानकारी दी जाती है लेकिन स्वस्थ यौन व्यवहार कैसे किया जाये इस पर बहुत कम जानकारी उपलब्ध होती है।
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हम जिस युग में जी रहें हैं उसमें एक आदमी के कई लोगों से सेक्सुअल संबंध होते हैं जो आम बात हो गई है, लेकिन यह भी यौन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। कई लोगों को तो इस बात की भी परवाह नहीं होती कि इसका उन पर कैसा असर होगा।
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सुरक्षित सम्भोग (या सेफ सेक्स) ऐसे यौन संबंध को कहते हैं जिसमें व्यक्ति अपनी और अपने साथी की यौन संचारित संक्रमणों (एसटीआई; Sexually transmissible infections - STIs) और अनियोजित गर्भावस्था से रक्षा करता है। जिस यौन संपर्क में वीर्य, योनि द्रव या रक्त आदि का आदान प्रदान नहीं होता, उसे सुरक्षित सेक्स माना जाता है।
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असुरक्षित सेक्स आपको या आपके साथी को यौन संचारित संक्रमण के खतरे में डाल सकता है जिसमें क्लैमाइडिया, गोनोरिया, सिफलिस, एचआईवी या हेपेटाइटिस बी या नतीजतन अनियोजित गर्भावस्था हो सकती है।